तिरुक्कण्णमन्गै आण्डान्
श्रीः श्रीमते शठकोपाय नमः श्रीमते रामानुजाय नमः श्रीमद्वरवरमुनये नमः श्री वानाचलमहामुनये नमः जन्म नक्षत्र : ज्येष्ठा – श्रवण नक्षत्र अवतार स्थल : तिरुक्कण्णमन्गै आचार्य : नाथमुनि स्वामीजी जहाँ परमपद प्राप्त किया : तिरुक्कण्णमन्गै रचना : नाच्चियार तिरुमोली की तनियन जो “अल्लि नाल थामरै मेल्” से शुरू होती है भक्तवत्सल भगवान तायार् के साथ – तिरुक्कण्णमन्गै तिरुक्कण्णमन्गै आण्डान् – … Read more