मारनेरि नम्बि
श्रीः श्रीमते रामानुजाय नमः श्रीमद् वरवरमुनये नमः श्री वानाचलमहामुनये नमः तिरुनक्षत्र – ज्येष्ठ मास , आश्ळेषा नक्षत्र अवतार स्थल – पुरांतकम् (पाण्ड्य नाडु में एक गाँव ) आचार्य – आळवन्दार् स्थल जहाँ से परमपद को प्रस्थान हुए – श्री रंगम् मारनेरि नम्बि आळवन्दार् के प्रिय शिष्य थे । चौथे वर्ण में पैदा हुए स्वामि, पेरिया पेरुमाळ और उनके आचार्य आळवन्दार् के प्रति लगाव … Read more