ತಿರುವರಂಗಪ್ಪೆರುಮಾಳ್ ಅರಯರ್

ಶ್ರೀ: ಶ್ರೀಮತೇ ಶಠಗೋಪಾಯ ನಮ: ಶ್ರೀಮತೇ ರಾಮಾನುಜಾಯ ನಮ: ಶ್ರೀಮದ್ ವರವರಮುನಯೇ ನಮ: ಶ್ರೀ ವಾನಾಚಲ ಮಹಾಮುನಯೇ ನಮ: ತಿರುವರಂಗಪ್ಪೆರುಮಾಳ್ ಅರಯರ್ – ಶ್ರೀರಂಗಮ್ ತಿರುನಕ್ಷತ್ರಮ್ : ವೈಕಾಶಿ, ಕೇಟ್ಟೈಅವತಾರ ಸ್ಥಳ :  ಶ್ರೀರಂಗಮ್ಆಚಾರ್ಯನ್:  ಮಣಕ್ಕಾಲ್ ನಂಬಿ, ಆಳವಂದಾರ್ ಶಿಷ್ಯರು: ಎಂಪೆರುಮಾನಾರ್ (ಗ್ರಂಥ ಕಾಲಕ್ಷೇಪ ಶಿಷ್ಯ) ಪರಮಪದಕ್ಕೆ ಸೇರಿದ ಸ್ಥಳ:   ಶ್ರೀರಂಗಮ್ ತಿರುವರಂಗಪ್ಪೆರುಮಾಳ್ ಅರಯರ್ ಅವರು ಆಳವಂದಾರ್ ಅವರ ಪುತ್ರರು ಮತ್ತು ಆಳವಂದಾರ್ ಅವರ ಪ್ರಮುಖ ಶಿಷ್ಯರಲ್ಲೊಬ್ಬರಾಗಿದ್ದರು. ಅರಯರ್ ಅವರು ಸಂಗೀತ, ನೃತ್ಯ ಮತ್ತು ನಾಟಕಗಳಲ್ಲಿ ಪಾರಂಗತರಾಗಿದ್ದರು. … Read more

పిళ్ళై ఉరంగా విల్లి దాసర్

శ్రీ: శ్రీమతే రామానుజాయ నమ: శ్రీమద్ వరవరమునయే నమ: శ్రీ వానాచల మహామునయే నమ: తిరునక్షత్రము: మాఘ మాసము, ఆశ్లేషా అవతార స్థలము: ఉఱైయూర్ ఆచార్యులు: ఎమ్పెరుమానార్ పరమపదము చేరిన ప్రదేశము: శ్రీరంగము పిళ్ళై ఉరంగా విల్లి దాసర్ మరియు వారి దర్మపత్ని పొన్నాచ్చియార్ ఉఱైయూర్ లో నివసించేవారు. దాసర్ ఆ దేశము రాజుగారి కొలువులో గొప్ప మల్లయోదుడు. వారు తమ దర్మపత్ని సౌందర్యముయందు ఎంతో అనుభందమును కలిగి ఉండెడివారు (ముఖ్యముగా ఆమె నేత్రములందు). వారికి దనుర్దాసు … Read more

तिरुवेंकट रामानुज एम्बार जीयर

श्री:श्रीमते शठकोपाय नमःश्रीमते रामानुजाय नमःश्रीमद्वरवरमुनये नमःश्री वानाचलमहामुनये नमः तिरुनक्षत्र: श्रावण मास, रोहिणी अवतार स्थल:  मधुरमंगलम आचार्य: कोइल कन्दाडै रंगाचार्य स्वामी (चण्दमारुतं डोडाचार्य तिरुवंश) शिष्य: अनेक शिष्य स्थान जहाँ उन्होंने परमपद प्राप्त किया: भूतपुरी तिरुवेंकट रामानुज एम्बार जीयर का जन्म गौरवशाली  श्रीवत्स वंश में, मधुरमंगलम क्षेत्र में 1805 क्रिस्चन इरा, आंग्ल  वर्ष में हुआ था।  में, … Read more

अप्पाच्चियारण्णा

श्रीः श्रीमते शठकोपाय नमः श्रीमते रामानुजाय नमः श्रीमद्वरवरमुनये नमः श्री वानाचलमहामुनये नमः अप्पाच्चियारण्णा – श्रीदाशरथी स्वामीजी तिरुमाळिगै, सिंगप्पेरुमाल कोयिल तिरुनक्षत्र: श्रवण, हस्त नक्षत्र अवतार स्थल:  श्रीरंगम आचार्य: पोन्नडिक्काल् जीयर शिष्य: अण्णाविलप्पन (उनके पुत्र), आदि श्रीरंगम में जन्मे, उनके पिता श्री सिररण्णर द्वारा उनका नाम वरदराजन रखा गया था। उनका जन्म श्री श्रीदाशरथी स्वामीजी के प्रसिद्ध … Read more

திருக்கோஷ்டியூர் நம்பி

ஸ்ரீ:ஸ்ரீமதே ஶடகோபாய நம:ஸ்ரீமதே ராமாநுஜாய நம:ஸ்ரீமத் வரவரமுநயே நம:ஸ்ரீ வாநாசல மஹாமுநயே நம: திருநக்ஷத்ரம் : வைகாசி ரோஹிணி      அவதார ஸ்தலம் : திருக்கோஷ்டியூர் ஆசார்யன் : ஆளவந்தார் சிஷ்யர்கள் : எம்பெருமானார் (க்ரந்த காலக்ஷேப ஶிஷ்யர்) பெரியாழ்வார் திருமொழியில் நாவகாரியம் பதிகத்தில் (4.4) திருக்கோஷ்டியூரைப் பற்றி மிகவும் பெருமையாகப் பாடியுள்ளார் பெரியாழ்வார். திருக்கோஷ்டியூர் நம்பி திருக்குருகைப்பிரான் என்கிற திருநாமத்துடன் இந்த அழகான திவ்யதேஶத்தில் அவதரித்தார். ஆளவந்தாருடைய முக்கியமான ஶிஷ்யர்களுள் இவரும் ஒருவர். இவர் பிற்காலத்தில் ப்ரஸித்தமாகத் திருக்கோஷ்டியூர் நம்பி என்றே அழைக்கப்பட்டார். இவருக்கு … Read more

पिन्भळगिय पेरुमाळ् जीयर्

श्रीः श्रीमते शठकोपाय नमः श्रीमते रामानुजाय नमः श्रीमद्वरवरमुनये नमः श्री वानाचलमहामुनये नमः नम्पिळ्ळै स्वामीजी का कालक्षेप गोष्टी- बाई ओर से दूसरे (पिन्भळगिय पेरुमाळ् जीयर्) श्री नम्पिळ्ळै स्वामीजी के दिव्य चरणों मे पिन्भळगिय पेरुमाळ् जीयर्, श्रीरङ्गम् तिरुनक्शत्र – तुला, शतभिषक् अवतार स्थल् – तिरुपुट्कुळि आचार्य – नम्पिळ्ळै परमपद् प्राप्ती स्थल् – श्रीरन्गम् लिखित् ग्रन्थ् – 6000 पडि गुरु परम्परा … Read more

तिरुमलिसै अण्णावप्पंगार

श्रीः श्रीमते शठकोपाय नमः श्रीमते रामानुजाय नमः श्रीमद् वरवरमुनये नमः श्री वानाचलमहामुनये नमः श्री भक्तिसार तिरुनक्ष्त्र: ज्येष्ठ, धनिष्ठा अवतार स्थल:  तिरुमलिसै आचार्य: नरसिम्हाचार्य (उनके पिताश्री) तिरुमलिसै (महिसार क्षेत्रं) में जन्मे, उनके पिता नरसिम्हाचार्य द्वारा उनका नाम वीरराघवन रखा गया। उनका जन्म श्री दाशरथि स्वामीजी के प्रसिद्ध वादुल वंश में हुआ था। उन्होंने भक्तिसारोदयं नामक अपने … Read more

पिल्लै लोकम् जीयर

श्रीः श्रीमते शठकोपाय नमः श्रीमते रामानुजाय नमः श्रीमद् वरवरमुनये नमः श्री वानाचलमहामुनये नमः पिल्लै लोकम् जीयर, तिरुवल्लिक्केणी तिरुनक्षत्र:: चैत्र, श्रवण नक्षत्र अवतार स्थल: कांचीपुरम आचार्य: शठकोपाचार्य रचनाएँ: तनियन व्याख्यान, रामानुज दिव्य चरित, यतीन्द्र प्रवण प्रभावं, रामानुज नूट्र्रांताति व्याख्यान, श्रीवरवरमुनि स्वामीजी की प्रायः सभी सूक्तियों पर व्याख्यान, कुछ रहस्य ग्रंथों के लिए व्याख्यान, चेय्य तामरै तालिनै … Read more

श्री भूतपुरि आदि यतिराज जीयर

श्रीः श्रीमते शठकोपाय नमः श्रीमते रामानुजाय नमः श्रीमद् वरवरमुनये नमः श्री वानाचलमहामुनये नमः तिरुनक्षत्र: अश्विन मास पुष्य नक्षत्र अवतार स्थल:  ज्ञात नहीं आचार्य: श्रीवरवरमुनि स्वामीजी स्थान जहाँ उन्होंने परमपद प्राप्त किया: श्रीपेरुम्बुदुर यतिराज जीयर मठ, श्रीपेरुम्बुदुर (श्रीरामानुज स्वामीजी का अवतार स्थल) आदि (प्रथम) यतिराज जीयर ने स्थापित किया था। यह यतिराज जीयर मठ बहुत अनोखा … Read more

कोयिल कन्दाडै अप्पन्

श्रीः श्रीमते शठकोपाय नमः श्रीमते रामानुजाय नमः श्रीमद् वरवरमुनये नमः श्री वानाचलमहामुनये नमः कोयिल कन्दाडै अप्पन् – कांचीपुरम अप्पन स्वामी तिरुमाळिगै तिरुनक्षत्र: भाद्रपद, मघा तीर्थम्: कार्तिक शुक्ल पंचमी अवतार स्थल: श्रीरंगम आचार्य: मणवाल मामुनिगल/ श्रीवरवरमुनी स्वामीजी रचनाएँ: वरवरमुनि वैभव विजयं मुदलियाण्डान्/दाशरथि स्वामीजी (जिन्हें यतिराज पादुका- श्रीरामानुज स्वामीजी के चरणकमलों की पादुका के नाम से भी … Read more