तिरुक्कोष्टियुर नम्बी (गोष्ठीपूर्ण स्वामीजी)
श्रीः श्रीमते शठकोपाय नमः श्रीमते रामानुजाय नमः श्रीमद्वरवरमुनये नमः श्री वानाचलमहामुनये नमः जन्म नक्षत्र: वैशाख, रोहिणी नक्षत्र अवतार स्थल: तिरुक्कोष्टियूर आचार्य: आळवन्दार शिष्य: रामानुजाचार्य (ग्रन्थ कालक्षेप शिष्य) पेरियालवार ने अपने पेरियालवार तिरुमोळि 4.4 – “नाव कारियम” दशक में तिरुक्कोष्टियूर दिव्य देश की बड़ी प्रशंसा की है। तिरुक्कुरुगै पिरान, जिनका जन्म इस सुन्दर दिव्य देश में हुआ … Read more